कौनसा ग्रह आपसे नाराज़ है कैसे जाने
कौनसा ग्रह आपसे नाराज है कैसे जाने
मान्यता है कि जब ग्रह का बुरा प्रभाव पड़ता है तो जीवन में हमें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
ज्योतिष शास्त्र कहता है कि ग्रहों का हमारे जीवन पर अच्छा और बुरा प्रभाव पड़ता है. मान्यता है कि जब ग्रह का बुरा प्रभाव पड़ता है तो जीवन में हमें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
लेकिन यह कैसे पता लग सकता है कि कौन सा ग्रह हमारे जीवन पर दुष्प्रभाव डाल रहा है. यदि आप अपनी समस्याओं का ज्योतिषीय समाधान चाहते हैं तो ये जानना बहुत जरूरी है कि आपकी परेशानी किस ग्रह के कारण है.
हम आपको बता रहे हैं कि किस ग्रह के क्या दुष्प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है.
सूर्य का अशुभ प्रभाव
व्यक्ति में अहंकार आ जाना, किसी संपत्ति या कानूनी विवाद में फंसना, पिता के घर से अलग होना, बाल, आंख, और दिल का रोग होना, सरकारी नौकरी में परेशानी आना, पत्नी से दूरी, अपने से बड़ों के साथ विवाद.
चंद्रमा का अशुभ प्रभाव
मां से दूरियां हो जाना, मानसिक रोग का होना, घर परिवार में सुख शांति की कमी होना, सर्दी, जुकाम, छाती से जुड़े रोग.
मंगल के अशुभ प्रभाव
भाइयों से मनमुटाव, शरीमें खून की कमी, जमीन को लेकर तनाव, झगड़ा, छोटी-छोटी दुर्घटनाओं का होना, जरूरत से ज्यादा गुस्सा और चिड़चिड़ापन होना.
बुध के अशुभ प्रभाव
आत्मविश्वास की कमी, व्यापार में हानि, बोलने-सुनने में परेशानी, बुद्धि का कम इस्तेमाल, शिक्षा में बाधाएं, अव्यवस्थाएं.
गुरु के अशुभ प्रभाव
समाज के सामने बदनामी, मान-सम्मान न होना, बड़े अधिकारियों के साथ विवाद, अनैतिक काम करना, पाखंड से धन कमाना, संतान दोष, मोटापा.
शुक्र के अशुभ प्रभाव
विवाह में रुकावट, प्रेम में असफलता, हृदय का अत्यधिक चंचल हो जाना, प्रेम में धोखे की प्रवृत्ति.
शनि के अशुभ प्रभाव
आलसी हो जाना, दरिद्रता, पांव में या नसों का रोग होना, लोगों से उपेक्षा, विवाह में समस्या और नपुंसकता शनि के ही अशुभ प्रभाव हैं.
राहु के अशुभ प्रभाव
गलत कामों में पड़ जाना, नशे का आदि हो जाना, शेयर मार्केट में नुकसान, अपराधों में शामिल होना और फोड़े-फुंसी का होना राहु के अशुभ प्रभाव है.
केतु के अशुभ प्रभाव
अत्यधिक क्रोध आना, पेट में जलन का रहना, किसी न किसी प्रकार के ऑपरेशन से गुजरना.
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें