सिल्क की साड़ी की देखभाल करने के टिप्स
8 टिप्स, सिल्क की साड़ियों को सुरक्षित रखने के
सिल्क की साड़ियां हमें ख़ूबसूरत और शालीन लुक देती हैं। ये हमारी त्वचा को भी किसी प्रकार का नुक़सान नहीं पहुंचातीं हैं।
भारत में 13 प्रकार की सिल्क साड़ियां होती हैं,जिनमें चंदेरी, बनारसी, असम सिल्क, संबलपुरी, कांजीवरम, बलुचारी, कोनराड, पैठणी, पटोला, मयसोर, बॉमकाई, भागलपुरी और टसर शामिल हैं।
ग़ौरतलब है कि भारत टसर सिल्क बनाने में दुनिया में दूसरे नंबर पर है।
हर महिला की चाहत होती है कि उसके पास हर तरह की सिल्क साड़ी का कलेक्शन हो, लेकिन इन साड़ियों को सालों-साल सहेज कर न रख पाने की वजह से कम ही इसे अपनी वॉर्डरोब का हिस्सा बना पाती हैं।
इसलिए हम आपकी इस समस्या का समाधान ले आए हैं. हम आपको बता रहे हैं सिल्क साड़ियों को सहेज कर रखने के कुछ आसान से टिप्स
1. सिल्क साड़ी को वॉर्डरोब में सीधे रखने के बजाय उसे कॉटन के किसी साफ़ कपड़े या पेपर में रैप करके रखें।
2. सिल्क ज़री साड़ी की चमक को सालों-साल बनाए रखने के लिए ज़री एम्ब्रॉयडरी वाले हिस्से को अंदर की ओर मोड़कर रखें, ताकि इसकी चमक बनी रहे।
3. यदि आप अपनी सिल्क साड़ी का इस्तेमाल न कर रही हों, तो ध्यान से उसे हर छह महीने में धूप ज़रूर दिखाएं।
कड़क धूप की बजाय हल्की धूप या छांव में कुछ घंटों के लिए इसे रखें। इससे उनकी चमक और रंग को सालों-साल बने रहने में मदद मिलेगी।
4. सिल्क की साड़ियों को कभी भी शिफ़ॉन, पॉलिएस्टर या जॉर्जट फ़ैब्रिक्स के साथ न रखें।
इससे उनकी गुणवत्ता प्रभावित होती है और उनकी चमक भी कम होने लगती है।
5. मेटल हैंगर पर सिल्क की साड़ियां न लटकाएं।आपकी साड़ी पर मेटल का निशान बना रह सकता है।
6. पट्टू जैसी हैवी सिल्क साड़ी को लंबे समय तक टिकाए रखने का सबसे अच्छा तरीक़ा है, उन्हें नियमित रूप से ड्राय क्लीन कराना।
7. सिल्क ज़री साड़ी को कभी भी घर पर न धोएं।
8. सिल्क की साड़ियों को संभालकर रखने का एक सबसे बेसिक टिप है, कि उनके फ़ोल्ड्स को बदलती रहें।
वर्ना एक ही तरह का फ़ोल्ड कई महीनों तक किए रखने से साड़ी में निशान बन सकता है।
और यदि सिल्क बिल्कुल प्योर हुआ तो साड़ी उस जगह से फट भी सकती है।
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