वास्तु टिप्स..Best vastu tips for home

Vastu Shastra आधुनिक युग में घर के निर्माण के समय बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। माना जाता है कि यदि वास्तुशास्त्र के अनुसार घर बनवाया जाए तो, यह हमें दुख, दरिद्रता , बीमारियों आदि से दूर रखता है।

 
बेडरूम हमारे घर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, क्योंकि यहीं हम आराम करते हैं और अपने जीवन से जुड़े निजी अनुभव शेयर करते हैं। हमारे जीवन का एक बहुत बड़ा समय बेडरूम में ही सोते हुए गुजरता है।

बेडरूम यदि वास्तुशास्त्र के अनुसार हो तो घर में शांति और खुशहाली रहती है। घर में बेडरूम बनवाते समय वास्तु कुछ इस प्रकार होना चाहिए..

1. Vastu Shastra के अनुसार घर में बड़े-बुढ़ो yaa (मुखिया) का बेडरूम South- west yaani ki नैऋत्य कोण दिशा में hona chaiye और युवाओं का बेडरूम North West yaani ki vavya कोण दिशा mai या North में होना चाहिए।

 
2. घर में बेडरूम का North east yaani ishan koon और south east yaani aganya koon में होना वास्तुशासत्र की दृष्टि में अच्छा नही माना जाता है।

3. ghar mai bacho ka yaa avivahit ka bedroom North west mai hona acha hota hai

4.वास्तुशास्त्र के मुताबिक बेडरूम हमेशा खुला और हवादार होना चाहिए जो हमेशा मन को शांति दे। Sleeping Positions according to Vastu Shastra

5.बेडरूम में बैड हमेशा इस तरह रखा जाना चाहिए ताकि सोने वाले का सिर North और पैर Southकी तरफ न हो, क्योंकि South में पैर फैलाना वास्तुशास्त्र की दृष्टि में अच्छा नही होता है।

 
6 वास्तुशास्त्र के अनुसार बेडरूम में रखे बैड का सिरहाना East या South की तरफ रखना अच्छा माना जाता है।

7.बेडरूम का द्वार कभी भी South दिशा की तरफ नही होना, isse उचित नही माना जाता है।

 
8. बेडरूम में कभी भी मंदिर या पूजा स्थान नहीं रखना चाहिए यह वास्तुशासत्र की दृष्टी से अच्छा नही माना जाता है।

9. बेडरूम के साथ यदि बाथरुम जोड़ना हो तो बेडरूम को North या West में बनाना उत्तम माना जाता है।

10. Vastu के मुताबिक बेडरूम में बैड के ऊपर छत्त का बीम या मोटी पट्टी नहीं होनी चाहिए।

11. Bedroom में पढ़ने वाले का मुख north या east में अच्छा माना जाता है।

Vaatu Shastra Tips for Temple

अपने इष्ट देव से संवाद साधने और उन तक अपनी बात पहुंचाने के उद्देश्य से पूजा स्थल बहुत उपयोगी माना गया है। घर छोटा हो या बड़ा, हिन्दू धर्म के अनुसार सभी में मंदिर की स्थापना अवश्य करनी चाहिए।

 
मंदिर की स्थापना करना जितना जरूरी है, उससे भी कहीं ज्यादा जरूरी है सही दिशा और स्थान पर भगवान को स्थान देना।

वास्तुशास्त्र के अंतर्गत जीवन को सुखी और सकारात्मक बनाने के अनेक टिप्स मौजूद हैं। घर में पूजा स्थल कहां बनवाना चाहिए, उन्हीं में से एक है।

 घर में पूजा स्थल की स्थापना हमेशा North East यानी ishaan kone में ही करनी चाहिए। पूजा करते समय भी हमारा मुख East , West या North दिशा में ही होना चाहिए।

चूंकि ईश्वरीय शक्ति ईशान कोण (North east) से प्रवेश कर नैऋत्य कोण (West-south) से बाहर निकलती है, इसलिए North East दिशा में मंदिर होना शुभ कहा जाता है।




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